How to get a mobile tower installed, the easiest process to get a mobile tower installed
How to get a mobile tower installed, the easiest process to get a mobile tower installed

आज के समय में देश में बहुत सारी टेलीकॉम कंपनी है जिनके टावर आपको जगह जगह पर लगे हुए दिखाई दे जायेंगे। लेकिन क्या आपको पता है की ये सभी कंपनी कभी भी अपनी खुद की जगह खरीद कर अपना टावर नहीं लगाती बल्कि जब भी टावर लगाती है तो उस जगह को किराये पर लेती है। ऐसे में जिस जगह पर टावर लगता है उस जगह के मालिक को सालों साल तक किया मिलता रहता है।

देश में जितनी भी टेलीकॉम कंपनी है उन सभी को अपनी सर्विस को सुचारु रूप से चलाने के लिए टेलीकॉम कंपनियों को नेटवर्क सिस्टम का जाल पुरे देश में बिछाना होता है। आप अपने खाली पड़े घर पर या फिर अपने प्लाट या जमीन पर टावर लगवा सकते है। इसके लिए कुछ प्रक्रिया होती है जिसके तहत आपको सभी काम करने होंगे। चलिए जानते है की कैसे आप अपने घर या फिर जमीन पर मोबाइल टावर को लगवा सकते है।

सबसे पहले स्थान का चुनाव करें

अगर आप अपने घर की छत पर या फिर अपनी खाली जमीन पर मोबाइल टावर को लगवाना चाहते है तो आपको इसके लिए सबसे पहले जगह का चुनाव करना होगा की कौन सी जगह पर आपको मोबाइल टावर लगवाना है। जहाँ आप टावर लगवाना चाहते है वो जगह खुली और ऊंचाई पर होनी जरुरी है।

जहां टावर लगना है वो जगह ऐसी होनी चाहिए जहां भीड़भाड़ कम हो और आसपास अधिक ऊँची इमारतें न हों ताकि सिग्नल ट्रांसमिशन में कोई रुकावट न आए। मोबाइल टावर को शहरी या ग्रामीण दोनों ही क्षेत्रों में आप अपने घर की छत, खेत या खाली जमीन पर लगवा सकते है।

जमीन का मालिकाना हक़ आपने नाम से होना जरुरी है और यदि आप जिस जगह पर टावर लगवा रहे है वो जगह आपने किराये पर ले रखी है तो आपको इस जमीन का लीज अग्रीमेंट देना होगा। इसके अलावा आपको देश की उस टेलीकॉम कंपनी से भी सम्पर्क करना होगा जिसका टावर आप लगवाना चाहते है। ।

मोबाइल टावर के लिए आवेदन प्रक्रिया

जब भी आप अपने घर की छत पर या फिर अपने खेतों में मोबाइल टावर लगवाने का प्लान बनाते है तो आपको इसके लिए उस कंपनी में ऑनलाइन अपना आवेदन करना होता है। आवेदन फार्म कंपनियों की तरफ से मांगे जाते है और आवेदन में आपको जहां टावर लगना होता है उस संपत्ति का पूरा विवरण देना होता है।

इसके अलावा आपको अपनी उस जगह का पुरे विवरण के साथ में लोकेशन भी देनी होती है। साथ में अपने आवेदन फार्म के साथ में मांगे गए सभी दस्तावेज सलंग्न करने के बाद में अपने आवेदन को कंपनी के ऑफिस में जमा करना होता है। आवेदन देने के बाद में कंपनियों के अधिकारीयों की तरफ से आपके आवेदन की और आपने जिस जगह पर टावर लगवाना ही उसकी जांच की जाती है।

मोबाइल टावर लगवाने के लिए आवश्यक दस्तावेज

जिस स्थान पर आपको मोबाइल टावर लगवाना है उसके आवेदन के लिए आपको कुछ जरुरी दस्तावेजों की भी जरुरत पड़ने वाली है जिनके आधार पर ही आपके आवेदन का आगे का काम पूरा होता है। देखिये कौन कौन से जरुरी दस्तावेजों की आपको जरुरत पड़ने वाली है।

  • जमीन या छत के स्वामित्व का प्रमाण जैसे खतौनी या फिर लीज एग्रीमेंट।
  • पहचान पत्र जिसमे आपका आधार कार्ड और पैन कार्ड आदि देना होगा।
    संपत्ति टैक्स रसीद भी आपको देनी होगी।
  • म्युनिसिपल से अनापत्ति प्रमाण पत्र (NOC) देनी होगी।
  • बैंक खाते की जानकारी जिसमे किराए का भुगतान होना है।

मोबाइल टावर का किराए का अनुबंध

जब भी आपका आवेदन कंपनी की तरफ से मंजूर कर लिया जाता है तो आपको कंपनी के साथ में अपना किराये का अनुबंध भी तैयार करवाना है। आपकी जमीन का किराया आपके एरिया के अनुसार तय किया जाता है जिसमे ये देखा जाता है की उस जगह की साइज क्या है ओरउस जगह की डिमांड क्या है। इसके अलावा कंपनी की तरफ से 10 या फिर 15 साल के लिए अनुबंध किया जा सकता है।

इस अनुबंध को कंपनी की तरफ से समय सिमा पूरी होने के बाद में बढ़ाया जाता है। आमतौर पर देखा जाता है की एक मोबाइल टावर जहां भी लगाया जाता है उसका कंपनी की तरफ से हर महीने 25 हजार से लेकर 50 हजार रूपए तक किराये का भुगतान किया जाता है लेकिन कुछ क्षेत्रों में ये कम भी हो सकता है।

निरिक्षण और स्वास्थ्य तथा सुरक्षा के नियम

कंपनी आपकी जमीन या छत पर टावर लगाने के लिए अपने इंजीनियरिंग स्टाफ को आपके उस स्थान पर भेजती है जहां पर टावर लगवाना है। इसके बाद में सरकार की तरफ से टावर के लिए निर्धारित किये गए सभी नियमों के अनुसार उस जगह का निरिक्षण किया जाता है ताकि किसी भी प्रकार से टावर से किसी को समस्या ना होने पाये।

इसके अलावा टीम के द्वारा टावर से निकलने वाले रेडिएशन की भी जांच की जाती है ताकि उस इलाके में रहने वाले लोगों के स्वस्थ पर कोई भी बुरा प्रभाव ना होने पाये। सभी सुरक्षा के मानकों को ध्यान में रखकर ही टावर को लगाने की परमिशन सरकार की तरफ से दी जाती है। टेलीकॉम कंपनियों को सरकार द्वारा निर्धारित EMF (Electromagnetic Field) रेडिएशन मानकों का पालन करना अनिवार्य है।

प्रियांशी राव पिछले 6 सालों से बिज़नेस और खेल जगत पर आर्टिकल लिखती है और इन्होने...

Leave a comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *