What is a mutual fund? How to earn crores from mutual funds? See its advantages and disadvantages
What is a mutual fund? How to earn crores from mutual funds? See its advantages and disadvantages

म्यूचुअल फंड (Mutual Fund) – आज के समय में ऐसा कोई नहीं होगा जो पैसा कमाई नहीं करना चाहते है क्योंकि बिना पैसे के जिंदगी में एक कदम चलना भी मुश्किल हो चूका है। एक समय था जब पैसे की कोई अहमियत नहीं थी और गावं देहात में तो जिंदगी बिना पैसे के ही सालों साल चलती रहती थी। पैसे कमाने के लिए लोग बहुत से अलग अलग तरीकों का इस्तेमाल करते है जिसमे कुछ लोग नौकरी करते है तो कुछ लोग बिज़नेस करते है। कुछ लोग पैसे को निवेश करके भी काफी तगड़ा अमाउंट कम समय में कमाई कर लेते है। निवेश के मामले में म्यूच्यूअल फंड में पैसा लगाना भी अब काफी आसान हो चुका है और काफी तगड़ा रिटर्न मिल जाता है।

म्यूचुअल फंड निवेश करने का एक ऐसा माध्यम है जहां कई अलग अलग निवेशकों से जमा किये गए धन को एक प्रोफेशनल फंड मैनेजर द्वारा अलग अलग प्रकार के निवेश विकल्पों में जैसे कि शेयर, बॉन्ड, और अन्य वित्तीय साधनों में लगाया जाता है। इसमें निवेशक सीधे शेयर बाजार में अपना पैसा लगाए बिना भी अपने पैसे को बढ़ा सकते हैं। म्यूचुअल फंड का मुख्य उद्देश्य निवेशकों को एक प्रोफेशनल मैनेजमेंट के माध्यम से उच्च रिटर्न प्रदान करना होता है ताकि निवेशकों को अधिक से अधिक रिटर्न का लाभ दिया जा सके।

म्यूचुअल फंड में कैसे निवेश करें?

म्यूचुअल फंड में निवेश करना आजकल बेहद आसान हो चुका है और आप ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरीकों से इसमें निवेश कर सकते हैं। लेकिन निवेश करने से पहले आपको कुछ बातों का ध्यान रखना होता है और साथ में कुछ जरुरी कार्य भी करने होते है। देखिये कौन कौन सी बातें है जिनका ध्यान रखना होता है।

सही म्यूचुअल फंड का चयन करना होता है और सही म्यूचुअल फंड का चुनाव आपको आने वाले समय में मालामाल कर सकता है। इसके लिए आपको इक्विटी, डेट या हाइब्रिड फंड में से ही चुनाव करना होता है।

  • KYC (Know Your Customer) प्रक्रिया पूरा करें: निवेश शुरू करने से पहले आपको KYC प्रक्रिया पूरी करनी होगी। इसमें आपके दस्तावेज़ जैसे कि आधार कार्ड, पैन कार्ड, और पता प्रमाण की आवश्यकता होगी।
  • SIP या Lump-Sum का चयन भी जरुरी है: आप म्यूचुअल फंड में एकमुश्त राशि (Lump-Sum) या मासिक निवेश (SIP) के रूप में निवेश कर सकते हैं। SIP (सिस्टेमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान) निवेशकों को नियमित रूप से छोटे-छोटे राशि निवेश करने का मौका देता है।
  • फंड में निवेश करें: एक बार KYC प्रक्रिया पूरी होने के बाद आप निवेश शुरू कर सकते हैं। इसके लिए आप किसी भी ऑनलाइन प्लेटफार्म या बैंक के माध्यम से फंड खरीद सकते हैं। एक बाद फंड खरीदारी करने के बाद में आपको नजर रखनी होती है की बाजार में क्या चल रहा है।

म्यूचुअल फंड के फायदे क्या क्या है?

म्यूचुअल फंड में निवेश करने के बहुत सारे लाभ निवेशकों को मिलते है। इसमें आपके द्वारा निवेश किया गया पैसा कई प्रकार के शेयरों और बॉन्ड्स में बंट जाता है जिससे जोखिम कम होता है। इसके अलावा म्यूचुअल फंड को प्रोफेशनल फंड मैनेजर्स द्वारा मैनेज किया जाता है और इनके पास में म्यूच्यूअल फंड को लेकर काफी गहरा वित्तीय अनुभव होता है।

अगर आपको अचानक से पैसे की जरुरत पड़ जाती है और कहीं से भी आपका जुगाड़ नहीं होता है तो आप म्यूचुअल फंड में निवेश के बाद आप जरूरत के समय अपने पैसे को निकाल सकते है जिससे यह एक लिक्विड निवेश माना जाता है। शेयर बाजार में निवेश करने की तुलना के हिसाब से काफी सस्ते में आप म्यूच्यूअल फण्ड में निवेश कर सकते है।

म्यूचुअल फंड के नुकसान क्या क्या है?

किसी भी फंड में निवेश करने का फायदा होता है तो उसका नुकसान भी होता है। बस इतना है की कभी कभी लाभ अधिक नुकसान कम होता है तो कभी इसका उल्टा हो जाता है। म्यूच्यूअल फंड में निवेश करने के भी नुकसान तो हैं लेकिन कम है। इसमें निवेश करने पर जोखिम रहता है की आपने जो भी पैसा निवेश किया है उसकी वैल्यू डाउन ना हो जाए।

इसके अलावा म्यूचुअल फंड मैनेजमेंट द्वारा कुछ शुल्क लिया जाता है जिसे ‘एक्सपेंस रेशियो’ कहा जाता है। यह आपके रिटर्न को कम कर सकता है। म्यूचुअल फंड में अच्छा रिटर्न पाने के लिए लंबी अवधि तक निवेश बनाए रखना पड़ता है। अगर आप जल्दी रिटर्न की उम्मीद करते हैं तो यह आपके लिए सही विकल्प नहीं हो सकता।

म्यूचुअल फंड से करोड़ों में कमाई कैसे करें?

म्यूचुअल फंड से लाखों या करोड़ों में कमाई करना संभव है लेकिन इसके लिए आपको एक स्मार्ट तरीके से अपने निवेश की पूरी रणनीति बनाकर निवेश करना होता। म्यूचुअल फंड में धैर्य जरूरी है। अगर आप लंबे समय तक निवेश करते हैं (जैसे 10-20 साल) तो कंपाउंडिंग के माध्यम से आपको तगड़ा रिटर्न मिल सकते हैं।

हमेशा उन फंड्स का चयन करें जो आपके निवेश करने के उद्देश्यों और जोखिम को सहने की छमता के अनुसार हों। अच्छी ग्रोथ वाले इक्विटी फंड लंबी अवधि में बेहतर रिटर्न प्रदान कर सकते हैं। SIP के माध्यम से नियमित रूप से निवेश करते रहने से बाजार की उतार-चढ़ाव से बचाव होता है और आपके निवेश में कंपाउंडिंग का फायदा मिलता है। इसके अलावा यह जरूरी है कि आप अपने निवेश की नियमित रूप से समीक्षा करें और बाजार बाजार में क्या चल रहा है उसके अनुसार अपने फंड्स को बदलें या अपडेट करते रहें।

म्यूचुअल फंड का चयन करते समय ध्यान रखने योग्य बातें

किसी भी म्यूचुअल फंड में निवेश करने से पहले उसका पिछले 3-5 साल का ट्रैक रिकॉर्ड जरूर चेक करें और ये बहुत ही जरुरी भी होता है नहीं तो आपको नुकसान हो सकता है। इसके अलावा आपको फंड के रिस्क प्रोफाइल को समझना होगा। कुछ फंड्स अधिक जोखिम वाले होते हैं जबकि कुछ कम जोखिम वाले होते हैं। इसलिए समझदारी के साथ में काम लेते हुए हमेशा ऐसे फंड हाउस का चयन करें जो लंबे समय से अच्छे परिणाम दे रहे हों।

अस्वीकरण : म्यूचुअल फंड और शेयर मार्किट में पैसा निवेश करना जोखिम भरा होता है इसलिए निवेश करने से पहले अपने सलाहकार से सलाह करें या फिर उस क्षेत्र के जानकारों से भी सलाह करें। यहां इस आर्टिकल में बताई गई सभी बातें आपकी जानकारी के लिए है और इसको किसी भी प्रकार से निवेश की सलाह के रूप में नहीं देखा जा सकता।

प्रियांशी राव पिछले 6 सालों से बिज़नेस और खेल जगत पर आर्टिकल लिखती है और इन्होने...

Leave a comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *