एंटिगुआ: भारतीय क्रिकेट टीम ने शनिवार को 2024 आईसीसी पुरुष टी20 विश्व कप के सुपर-8 मुकाबले में बांग्लादेश को 50 रन से हराकर सेमीफाइनल में अपनी जगह पक्की कर ली है। इस जीत के साथ ही टीम इंडिया का उत्साह चरम पर है और फैंस भी अब ‘टी20 चैंपियन’ बनने का सपना देख रहे हैं।
लेकिन क्या वाकई में टीम इंडिया की जीत इतनी आसान है? क्या 17 साल पुराना एक संयोग इस बार भी टीम इंडिया को खिताब दिलाएगा? आइए, जानते हैं इस रोमांचक कहानी के बारे में।
हैट्रिक का अद्भुत संयोग
2007 में, एमएस धोनी की कप्तानी में भारत ने पहली बार टी20 विश्व कप जीता था। उस टूर्नामेंट में, बांग्लादेश के खिलाफ मैच में ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज ब्रेट ली ने हैट्रिक ली थी। 17 साल बाद, इतिहास खुद को दोहरा रहा है।
इस बार, सुपर-8 में बांग्लादेश के खिलाफ ही ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज पैट कमिंस ने हैट्रिक ली है। इस अद्भुत संयोग ने भारतीय फैंस को उत्साहित कर दिया है और वे सोच रहे हैं कि क्या यह टीम इंडिया के लिए शुभ संकेत है?
क्या हैट्रिक जीत की गारंटी है?
हालांकि, यह कहना गलत होगा कि हैट्रिक जीत की गारंटी है। क्रिकेट एक अनिश्चित खेल है और इसमें कई फैक्टर्स जीत-हार को प्रभावित करते हैं।
लेकिन, यह संयोग निश्चित रूप से टीम इंडिया के लिए प्रेरणादायक है। यह दर्शाता है कि जब भी भारत ने टी20 विश्व कप जीता है, उसके पीछे ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाज की हैट्रिक रही है।
टीम इंडिया का शानदार प्रदर्शन
हैट्रिक के अलावा, टीम इंडिया का टूर्नामेंट में अब तक का प्रदर्शन भी शानदार रहा है। उन्होंने लीग स्टेज में 3 मैच जीते और सुपर-8 में भी 2 मैचों में जीत हासिल की है।
रोहित शर्मा, विराट कोहली और ऋषभ पंत जैसे बल्लेबाजों के साथ-साथ युजवेंद्र चहल और जसप्रीत बुमराह जैसे गेंदबाजों का शानदार प्रदर्शन टीम इंडिया को मजबूत बना रहा है।
अगला पड़ाव: ऑस्ट्रेलिया
टीम इंडिया का अगला मुकाबला कल यानी 24 जून को सुपर-8 के अंतिम मैच में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ होगा। यह मुकाबला दोनों टीमों के लिए महत्वपूर्ण होगा क्योंकि यह सेमीफाइनल में कौन सी टीम जाएगी इसका फैसला करेगा।
टी20 विश्व कप 2024 रोमांचक मोड़ पर है। टीम इंडिया शानदार फॉर्म में है और फैंस भी उम्मीद लगाए बैठे हैं। 17 साल पुराने संयोग ने उनकी उम्मीदों को और बढ़ा दिया है। लेकिन, क्रिकेट में कुछ भी निश्चित नहीं होता। टीम इंडिया को जीत के लिए कड़ी मेहनत करनी होगी और अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन देना होगा।
इस टूर्नामेंट का पहला सेमीफाइनल मुकाबला 26 जून को त्रिनिदाद में खेला जाएगा। दूसरा सेमीफाइनल मैच 27 जून को गुयाना में खेला जाएगा। फाइनल मुकाबला 29 जून को बारबाडोस में खेला जाएगा।