त्योहारों के मौसम में धनतेरस और दिवाली पर सोना खरीदना शुभ माना जाता है, लेकिन सही जानकारी न होने पर ग्राहक कभी-कभी धोखाधड़ी का शिकार हो सकते हैं। इसलिए यह जानना बेहद जरूरी है कि सोने की कीमत कैसे तय होती है।
गोल्ड का भाव तय होने के मुख्य कारक
- अंतरराष्ट्रीय बाजार का प्रभाव:
सोने के भाव पर डॉलर-रुपया विनिमय दर और अंतरराष्ट्रीय गोल्ड मार्केट का असर होता है। - जियो-पॉलिटिकल टेंशन:
जैसे-जैसे वैश्विक तनाव (जैसे युद्ध या आर्थिक संकट) बढ़ता है, सोने की मांग भी बढ़ती है, जिससे इसके दाम चढ़ जाते हैं। - रिफाइनिंग और परिवहन लागत:
अलग-अलग दुकानदार अलग रेट पर सोना खरीदते हैं, और रिफाइनिंग व परिवहन खर्चे भी कीमतों को प्रभावित करते हैं। - शहरों में रेट का अंतर:
एक ही शहर में भी दुकान-दुकान पर सोने के रेट में अंतर होता है, क्योंकि हर दुकान का सोने का स्टॉक, मेकिंग चार्ज, और परिवहन खर्च अलग होता है।
गोल्ड ज्वेलरी की कीमत की गणना कैसे होती है?
गोल्ड ज्वेलरी की फाइनल कीमत निकालने के लिए यह फॉर्मूला इस्तेमाल किया जाता है:
फाइनल प्राइस = {मौजूदा गोल्ड रेट × वजन} + मेकिंग चार्ज + 3% GST + हॉलमार्किंग फीस
उदाहरण से समझें:
- गोल्ड रेट: ₹70,000 प्रति 10 ग्राम (22 कैरेट)
- वजन: 15.76 ग्राम
- मेकिंग चार्ज: 15%
चरण-दर-चरण गणना:
- सोने की कीमत:
₹70,000 ÷ 10 × 15.76 = ₹1,10,320 - मेकिंग चार्ज (15%):
₹1,10,320 × 15% = ₹16,548
कुल: ₹1,10,320 + ₹16,548 = ₹1,26,868 - GST (3%):
₹1,26,868 × 3% = ₹3,806
GST के बाद कुल: ₹1,26,868 + ₹3,806 = ₹1,30,674 - हॉलमार्किंग फीस: ₹45
फाइनल अमाउंट:
₹1,30,674 + ₹45 = ₹1,30,719
निष्कर्ष
इस उदाहरण में 15.76 ग्राम 22 कैरेट गोल्ड ज्वेलरी के लिए आपको ₹1,30,719 चुकाने होंगे।
धनतेरस और दिवाली जैसे मौकों पर सोने की खरीदारी से पहले यह सुनिश्चित करें:
- सोने का मौजूदा रेट चेक करें।
- मेकिंग चार्ज पर बातचीत करें, क्योंकि यह हर दुकान में अलग हो सकता है।
- हॉलमार्क ज्वेलरी ही खरीदें ताकि सोने की शुद्धता में कोई संदेह न रहे।
सोने की कीमत की गणना को समझने से आप किसी भी धोखाधड़ी से बच सकते हैं और अपनी खरीदारी को ज्यादा स्मार्ट बना सकते हैं।