रेवाड़ी, 2 जुलाई 2024: आयुष्मान भारत योजना के तहत गरीब और जरूरतमंद मरीजों के लिए मुफ्त इलाज की सुविधा देने वाले निजी अस्पतालों ने अब रेवाड़ी में तालाबंदी कर दी है। इसका मतलब है कि जिले के 3.97 लाख से अधिक आयुष्मान कार्डधारकों को अब इन अस्पतालों में इलाज नहीं मिल पाएगा।
यह फैसला चिकित्सकों की राज्य इकाई हरियाणा आईएमए के आह्वान पर लिया गया है। आरोप है कि सरकार ने पिछले कई महीनों से इन अस्पतालों का बकाया भुगतान नहीं किया है।
बकाया भुगतान और कम पैसा, दोहरी मार
निजी अस्पतालों का कहना है कि उन्हें आयुष्मान योजना के तहत मरीजों के इलाज के लिए किए गए खर्च का भुगतान 6 महीने तक इंतजार करना पड़ता है। यही नहीं, कई बार तो सरकार द्वारा इलाज के लिए स्वीकृति मिलने के बाद भी बिलों में कटौती कर दी जाती है या फिर उन्हें खारिज कर दिया जाता है।
इसके अलावा, अस्पतालों का यह भी दावा है कि उन्हें मिलने वाला पैसा मरीजों के इलाज पर होने वाले खर्च से कम होता है।
सरकारी अस्पतालों पर बढ़ेगा बोझ
इस फैसले का सीधा असर उन गरीब और जरूरतमंद मरीजों पर पड़ेगा जो निजी अस्पतालों में बेहतर इलाज की सुविधा लेना चाहते थे। अब उन्हें इलाज के लिए सरकारी अस्पतालों पर निर्भर रहना होगा, जहां पहले से ही मरीजों की भारी भीड़ है।
क्या है समाधान?
इस मुद्दे का समाधान जल्द से जल्द निकलना ज़रूरी है। सरकार को निजी अस्पतालों का बकाया भुगतान जल्दी से जल्दी करना चाहिए और आयुष्मान योजना के तहत इलाज के लिए मिलने वाले पैसों को भी बढ़ाना चाहिए। साथ ही, इलाज के खर्च के लिए पूर्व-स्वीकृति और भुगतान प्रक्रिया को भी सरल बनाना होगा।
यह खबर उन सभी लोगों के लिए महत्वपूर्ण है जो आयुष्मान भारत योजना का लाभ उठाते हैं। अगर आप इस योजना के बारे में अधिक जानना चाहते हैं या कोई शिकायत दर्ज कराना चाहते हैं, तो आप इन नंबरों पर संपर्क कर सकते हैं:
आयुष्मान भारत योजना हेल्पलाइन: 1800-111-5656
हरियाणा स्वास्थ्य विभाग: 0172-2740444